बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में सहायक प्रोफेसर पद पर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर मच घमासान पर उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा और विषय का कोई धर्म नहीं होता। जाति व धर्म के आधार पर शिक्षक को नहीं देखा जा सकता है।
उपमुख्यमंत्री शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे थे। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अध्यापक की नियुक्ति के संबंध में कोई शिकायत है तो सभी को विरोध करने का अधिकार है।
जाति और धर्म के आधार पर विरोध नहीं होना चाहिए। छात्रों से मामले में बात की जाएगी और उन्हें समझाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें भी संस्कृत एक मुस्लिम शिक्षक ने पढ़ाया है।